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छत्तीसगढ़ के वन्य जीव अभ्यारण Notes ( Chhattisgarh ke Vanya jeev abhyaran -

छत्तीसगढ़ के वन जीव अभ्यारण की संपूर्ण जानकारी । उनका क्षेत्रफल ‌, जिला , स्थापना दिवस, विशेषता ( तोमरपिंगला, सेमारसोत, अचानकमार, गोमार्डा, उदंती आदि

 
छत्तीसगढ़ के वन्य अभ्यारण

छत्तीसगढ़ वन्य जीव अभ्यारण Notes in hindi 

Chhattisgarh Vanya jeev abhyaran map

 
chhattisgarh map

1.तमोरपिंगला वन्य अभ्यारण-

•  छत्तीसगढ़ का तमोर पिंगला वन्य अभ्यारण को सन 1978 ईसवी में बनाया गया था।
• यह छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में स्थित है ।
•इस का कुल क्षेत्रफल 608 स्क्वायर किलोमीटर है।
तमोरपिंगला नीलगाय के लिए प्रचलित है ।

2. सेमरसोत वन्य अभ्यारण- 

• यह अभ्यारण बलरामपुर में स्थित है।
इसकी स्थापना 1978 में ही हुई थी। 
इसका कुल क्षेत्रफल 430 स्क्वायर किलोमीटर है ।
सिमरसोत हाथी के लिए विख्यात है।
 

3. बादलखोल वन्य अभ्यारण 

• बादलखोल वन्य जीव अभ्यारण छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित है ।

•इसकी स्थापना 1975 को हुई थी। 

•इस का कुल क्षेत्रफल 105 स्क्वायर किलोमीटर है 

•और यह छत्तीसगढ़ की सबसे छोटी वन्य अभ्यारण है

• बादलखोल वन्य अभ्यारण हाथी के लिए प्रसिद्ध है।

 

4. गोमर्डा वन्य जीव अभ्यारण 

•गोमर्दा वन्यजीव अभ्यारण रायगढ़ जिले में स्थित है।

•इसकी स्थापना 1975 ईसवी सन में हुई थी।

•इसका कुल क्षेत्रफल 278 स्क्वायर किलोमीटर है।

•इसमें सर्वाधिक सोन कुत्ता के लिए विख्यात है क्योंकि इसमें सुन कुत्ता बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है।
 

5.बारनवापारा 

• बारनवापारा वन्य जीव अभ्यारण महासमुंद जिले में स्थित है।

•बार नवापारा वन्य अभ्यारण का कुल क्षेत्रफल 245 स्क्वायर किलोमीटर है।

•बारनवापारा का स्थापना 1976 को हुआ था।

•विभिन्न ने सांपों की प्रजाति के लिए विख्यात बारनवापारा वन्य जीव अभ्यारण है।

6.उदंती

• उदंती अभ्यारण गरियाबंद जिले में स्थित है।

उदंती वन्यजीव अभ्यारण की स्थापना 1983 को हुई थी।

• उदंती वन्य जीव अभ्यारण का कुल क्षेत्रफल 230 स्क्वायर किलोमीटर है।

उदंती वन्य अभ्यारण वन भैंसा के लिए प्रचलित है ।

उदंती वन्य अभ्यारण को पहले 2006 में टाइगर प्रोजेक्ट घोषित किया गया था उसके बाद पुनः 2009 में टाइगर रिजर्व बनाया गया ।।
• इस अभ्यारण का नाम उदंती इस अभ्यारण के बीच में बहने वाली नदी उदंती नदी जो कि इसके बहुत आया भाग में बहती है इस कारण से उदंती वन्यजीव अभ्यारण रखा गया है।

7. सीता नदी वन्य जीव अभ्यारण 

• सीता नदी वन्य अभ्यारण की स्थापना 1974 को हुई थी।

• यह सीतानदी  वन्य जीव अभ्यारण छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित है।

• इस का कुल क्षेत्रफल 559 स्क्वायर किलोमीटर है।

• छत्तीसगढ़ के सबसे पुरानी वन्य अभ्यारण सीता नदी है ।


8.पामेड वन्य जीव अभ्यारण 

• छत्तीसगढ़ के बीजापुर में स्थित है।

• इसकी स्थापना 1983 को हुई थी।

• इसका कुल क्षेत्र 265 स्क्वायर किलोमीटर है।

9. भैरमगढ़ वन्य जीव अभ्यारण 

• भैरमगढ़ छत्तीसगढ़ के बीजापुर में स्थित है। ( Note- याद रखिए छत्तीसगढ़ में दो वन्य जीव अभ्यारण छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्थित है)

भैरमगढ़ वन्य जीव अभ्यारण का कुल क्षेत्रफल 139 स्क्वायर किलोमीटर है

• इसकी भी स्थापना 1983 को ही हुई थी।

10. भोरमदेव 

•  भोरमदेव वन्य जीव अभ्यारण कवर्धा जिले में स्थित है।

•भोरमदेव वन्य अभ्यारण की स्थापना 2001 एक में हुई थी इसी तरह छत्तीसगढ़ की यह सबसे नवीनतम वन्य अभ्यारण है।

• भोरमदेव वन्य अभ्यारण का कुल क्षेत्रफल 163 स्क्वायर किलोमीटर है।

• भोरमदेव वन्य जीव अभ्यारण यहां की दुर्लभ प्रजातियों की तितलियों के लिए प्रसिद्ध है। इसे स्पॉटेड एंगल के नाम से प्रचलित है।

11. अचानकमार 

• यह मुंगेली जिले में स्थित है।

• इस का कुल क्षेत्रफल 552 वर्ग किलोमीटर है।

• इसकी स्थापना 1975 को हुआ था ।

• यह नीलगाय के लिए प्रसिद्ध है ।


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